प्रीत का आगाज बाकी है! वो अधूरी बात बाकी है! प्रेम के सभी साज बाकी है! राग बाकी है, अनुराग बाकी है! प्रीतम की प्रीत बाकी है! वोअधूरी बात बाकी है। राधा का सिंगार बाकी है! कृष्ण का रास बाकी है! ...
सर्वे भवंतु सुखिन
Name - SEEMA PRITHVI ACHARYA
वैसे तो मैं अर्थशास्त्र की विद्यार्थी रही हूं परंतु फिर भी साहित्य में मेरी रुचि है। लिखने का शौक मुझे बचपन से है।
काफी समय से स्वतंत्र रूप से लेखन कार्य कर रही हूं।
Summary
सर्वे भवंतु सुखिन
Name - SEEMA PRITHVI ACHARYA
वैसे तो मैं अर्थशास्त्र की विद्यार्थी रही हूं परंतु फिर भी साहित्य में मेरी रुचि है। लिखने का शौक मुझे बचपन से है।
काफी समय से स्वतंत्र रूप से लेखन कार्य कर रही हूं।
Report Issue
Report Issue
Report Issue