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बचपन और बरसात आज जब घने बादल छाये, मोर पीहूँ पीहूँ गायें, बच्चे जोर शोर से चिल्लाएं, मुझे वो पुराने दिन फिर याद आये । बचपन की भूली यादें देखो फिर याद आयी हैं ; आज कई दिनों बाद फिर लौटकर बरसात आई है । ...
लिखता हूं जज्बात अपने...आप पर है कि आप कितना समझते हैं । मेरे और लेख पढ़ने के लिए आप मेरी blogsite देख सकते हैं । gauravkibebakray.blogspot.com
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